जेएनयू के मावी मांडवी छात्रावास में रहने वाले छात्र सूरज कुमार पर पांच जनवरी की शाम को 30 से अधिक उपद्रवियों ने हॉस्टल में घुसकर हमला किया था। इस दौरान उसने किसी तरह छुपकर अपनी जान बचाई थी। सूरज का आरोप है कि उसने परीक्षाएं रोकने के विरोध में कोर्ट में एक याचिका दाखिल की थी, जिसके विरोध में वामपंथी संगठन के छात्रों ने उसे पीटने के लिए छात्रावास आए थे। उसे पीटने के लिए दाखिल हुई भीड़ उसके कमरे के बाहर चिल्ला रही थी कि यही है संघी का कमरा।
JNU Protest में सनसनीखेज खुलासा, छात्रों ने कहा- शिक्षकों के दबाव में प्रदर्शन में शामिल होते हैं हम